
अभिभावकों ने आरोप लगाया कि कई स्कूलों ने फीस पर कोर्ट के आदेश की अनदेखी की है
नयी दिल्ली:
दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन (डीपीए) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपराज्यपाल वीके सक्सेना को एक पत्र लिखकर उन स्कूलों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अनुरोध किया है, जिन्होंने शुल्क बकाया होने पर छात्र के लिए बोर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र को रोक दिया था।
पत्र को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR), राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) को भी संबोधित किया गया है।
डीपीए ने छात्रों को “तुरंत” एडमिट कार्ड सौंपने को भी कहा।
डीपीए ने लिखा, “स्कूल बकाया फीस का हवाला देकर बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले बच्चों के प्रवेश पत्र रोक रहे हैं। स्कूली बच्चों को परीक्षा में शामिल नहीं होने देने की धमकी दी जा रही है, जबकि अधिकांश स्कूल गलत फीस की मांग कर रहे हैं।” इसके पत्र में।
अभिभावकों के संघ ने आरोप लगाया कि कई स्कूलों ने फीस पर अदालतों के आदेश की अनदेखी की है, जिससे “छात्रों का भविष्य दांव पर लगा है”।
डीपीए ने आरोप लगाया, “छात्रों का जीवन और भविष्य दांव पर है। कई स्कूलों ने फीस पर अदालती आदेश की अनदेखी की है।”
(हेडलाइन को छोड़कर, यह कहानी NDTV के कर्मचारियों द्वारा संपादित नहीं की गई है और एक सिंडिकेट फीड से प्रकाशित हुई है।)
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